सरयू राय एक भारतीय राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार हैं, जो झारखंड की राजनीति में पारदर्शिता और सादगी के लिए जाने जाते हैं। वे वर्तमान में जमशेदपुर पश्चिमी से विधायक हैं और झारखंड के पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराकर देशभर में चर्चा बटोरी। झारखंड की राजनीति का उन्हें चाणक्य कहा जाता है।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
सरयू राय का जन्म बिहार के बक्सर जिले के खनिता गाँव में हुआ था। वे एक कृषक परिवार से आते हैं। बचपन में वे प्रतिदिन 5 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाते थे। उन्होंने पटना साइंस कॉलेज से एमएससी (भौतिकी) में स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त की। छात्र जीवन में ही वे जेपी आंदोलन से जुड़ गए और यहीं से उनके सामाजिक संघर्ष की शुरुआत हुई।
राजनीतिक करियर
- 1974 में जेपी आंदोलन से जुड़कर राजनीतिक जीवन की शुरुआत।
- आपातकाल के दौरान भूमिगत रहते हुए ‘लोकवाणी’ नामक पत्रिका का संपादन किया।
- 1977 में जनता पार्टी के बिहार महासचिव बने।
- बाद में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर कई पदों पर कार्य किया।
- 1994 में चारा घोटाले का भंडाफोड़ कर प्रमुख भूमिका निभाई।
- 2005, 2014, 2019 में झारखंड विधानसभा के लिए चुने गए।
- 2014–2019 तक मंत्री पद पर रहते हुए PDS प्रणाली में सुधार किए।
- 2019 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री रघुवर दास को पराजित किया।
सामाजिक और सार्वजनिक कार्य
- भ्रष्टाचार विरोधी लड़ाई: चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, खनन घोटाले को उजागर किया।
- पर्यावरण कार्य: दामोदर, स्वर्णरेखा और सोन नदियों की स्वच्छता और संरक्षण के लिए अभियान चलाया।
- जलनीति और पारदर्शिता: झारखंड में जलनीति, खाद्य नीति और सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने में योगदान।
पत्रकारिता
- नवभारत टाइम्स (पटना) में स्वतंत्र पत्रकार के रूप में कार्य किया।
- ‘कृषि बिहार’ नामक पत्रिका का संपादन किया, जो किसानों के मुद्दों पर केंद्रित थी।
- आपातकाल के समय ‘लोकवाणी’ नामक पत्रिका के माध्यम से जनमत जागरूकता का कार्य किया।
सम्मान और उपलब्धियाँ
- चारा घोटाले की न्यायिक प्रक्रिया में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- संसद परिसर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा की स्थापना में सक्रिय भूमिका।
- भारतीय राजनीति में ‘ईमानदार राजनीतिज्ञ’ के रूप में पहचान।
निजी जीवन
सरयू राय का पारिवारिक जीवन बेहद साधारण और सादा रहा है। उनके माता-पिता शिक्षित नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को शिक्षित बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनका पैतृक गाँव आज भी साम्प्रदायिक सौहार्द और सामाजिक एकता का प्रतीक है।
विवरण | जानकारी |
---|---|
पूरा नाम | सरयू राय |
जन्म | 16 जुलाई 1951 |
जन्म स्थान | खनिता गाँव, इटाढ़ी, बक्सर, बिहार, भारत |
पेशा | राजनेता, समाजसेवी, पत्रकार |
वर्तमान पद | विधायक, जमशेदपुर पश्चिमी, झारखंड विधानसभा |
राजनीतिक अनुभव | 1974 से सक्रिय |
राजनीतिक दल | JDU |
पूर्व पद | मंत्री (खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले), झारखंड |
शिक्षा | एम.एससी. (भौतिकी), पटना साइंस कॉलेज |
प्रमुख आंदोलन | जेपी आंदोलन, भ्रष्टाचार विरोधी अभियान |
प्रसिद्धि मिली | 2019 में मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराने पर |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
रुचियाँ | लेखन, समाजसेवा, पर्यावरण संरक्षण |
Disclaimer: यहाँ दी गई जानकारी विभिन्न सार्वजनिक रूप से उपलब्ध प्लेटफार्मों से संकलित की गई है, जिनमें https://en.wikipedia.org/, https://sansad.in/ls, https://sansad.in/rs, https://pib.gov.in/, https://affidavit.eci.gov.in/ तथा आधिकारिक वेबसाइटें शामिल हैं। हम प्रदान की गई जानकारी की सटीकता, व्यापकता और समयबद्धता बनाए रखने का हरसंभव प्रयास करते हैं, लेकिन हम इसकी पूर्ण सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं दे सकते। यहां प्रस्तुत आंकड़े किसी भी व्यक्ति के उद्देश्य या राय को ध्यान में रखे बिना संकलित किए गए हैं।